कोरोना महामारी के इस दौर में जहां कोरोना संक्रमित मरीज जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं, वहीं कुछ अस्पतालों की मनमानी ने मानवता को शर्मसार कर दिया है।
हाल ही में मध्य प्रदेश में शाजापुर सिटी अस्पताल प्रबंधन ने उपचार का बिल नहीं चुकाने पर एक 60 वर्षीय मरीज को बेड पर रस्सियों से बांध दिया था।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या अस्पतालों के पास ऐसा अमानवीय कृत्य करने का अधिकार है? आइए जानते हैं सबकुछ।
भारत शर्मा
देश
क्या बिल नहीं चुकाने पर अस्पतालों के पास है मरीज को रोकने का अधिकार? जानिए सबकुछ
कोरोना महामारी के इस दौर में जहां कोरोना संक्रमित मरीज जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं, वहीं कुछ अस्पतालों की मनमानी ने मानवता को शर्मसार कर दिया है।
हाल ही में मध्य प्रदेश में शाजापुर सिटी अस्पताल प्रबंधन ने उपचार का बिल नहीं चुकाने पर एक 60 वर्षीय मरीज को बेड पर रस्सियों से बांध दिया था।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या अस्पतालों के पास ऐसा अमानवीय कृत्य करने का अधिकार है? आइए जानते हैं सबकुछ।
इस खबर में
मरीज के परिजनों ने नहीं चुकाया था 11,200 का बिल
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
मरीजों के अधिकारियों के लिए तैयार किया गया था चार्टर
महाराष्ट्र सरकार ने लागू किया था नियम
कानून नहीं बनने के कारण अस्पताल कर रहे हैं मनमानी
वर्तमान में मरीजों को न्यायालयों से ही मिल रही राहत
बॉम्बे हाई कोर्ट ने कही सख्त नियम बनाने की बात
दिल्ली हाईकोर्ट ने भी मरीज के पक्ष में सुनाया था फैसला
घटना
मरीज के परिजनों ने नहीं चुकाया था 11,200 का बिल
TOI की रिपोर्ट के अुनसार लक्ष्मीनारायण डांगी (60) का सिटी अस्पताल में उपचार चल रहा था। उपचार का 11,200 रुपये का बिल बना था।