हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर के विस्तृत परियोजना रिपोर्ट पर काम शुरू
नई दिल्ली: दिल्ली-वाराणसी हाई-स्पीड रेल (एचएसआर) कॉरिडोर के विस्तृत परियोजना रिपोर्ट पर काम शुरू हो गया है. 865 किलोमीटर लंबा हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर उन आठ हाई स्पीड रूट्स में से एक है, जिन्हें प्रमुख शहरों के बीच तेज रफ्तार वाली रेल कनेक्टिविटी से जोड़ने की योजना है. इससे औद्योगिक क्षेत्र को विकास में मदद मिलेगी.
508 किलोमीटर लंबे अहमदाबाद-मुंबई कॉरिडोर पर भी काम शुरू हो चुका है. इस रूट पर जल्द 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बुलेट ट्रेन दौड़ती दिखाई देगी. जब दिल्ली-वाराणसी कॉरिडोर तैयार हो जाएगा तो बुलेट ट्रेन के जरिये इन दोनों शहरों की दूरी सिर्फ 4.5 घंटे में पूरी की जा सकेगी. पिछले साल, देश की पहली सेमी-हाई-स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को नई दिल्ली और वाराणसी के बीच शुरू किया गया था, जो प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का निर्वाचन क्षेत्र है.

एनएचएसआरसीएल में अतिरिक्त महाप्रबंधक (कॉर्पोरेट संचार) सुषमा गौर ने ईटी को बताया, “नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) को रेल मंत्रालय द्वारा भारत में सात नए एचएसआर कॉरिडोर के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए सौंपा गया है. इन रूट्स में दिल्ली-वाराणसी, वाराणसी-हावड़ा, मुंबई-नागपुर, दिल्ली -अहमदाबाद, चेन्नई-मैसूर, दिल्ली-अमृतसर और मुंबई-हैदराबाद शामिल हैं. “
इस परियोजना में वाराणसी और हावड़ा के बीच हाई स्पीड ट्रेन चलाने का प्लान अभी शामिल किया गया है. पिछले महीने, एनएचएसआरसीएल ने दिल्ली-वाराणसी एचएसआर कॉरिडोर की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए डेटा संग्रह, शुरुआती डिजाइन और सर्वेक्षण कार्य से संबंधित चार बोलियों को आमंत्रित किया था.
गौर ने कहा कि अंतरिम विस्तृत परियोजना रिपोर्ट की तैयारी के लिए आंकड़े जुटाने का काम हो रहा है. सर्वेक्षण रिपोर्ट और सरकार के परामर्श के बाद तय किया जाएगा कि प्रस्तावित हाई-स्पीड रेल रुट्स में कौन-कौन से स्टेशन बनेंगे. एक अधिकारी ने कहा कि नए हाई स्पीड कॉरिडोर दिल्ली-वाराणसी के लिए नोएडा-आगरा-कानपुर-लखनऊ मार्ग अपनाया जा सकता है
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