Diesel Price Today 23 June: 17 दिन में 10 रुपये लीटर महंगा हुआ डीजल
Petrol Diesel Price Today 23 June: देश में पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार 17 दिनों से बढ़ रहे हैं. मंगलवार को एक बार फिर पेट्रोल 20 पैसा और डीजल 55 पैसा महंगा हो गया. इस तरह से पिछले 17 दिन में पेट्रोल 8.50 रुपये जबकि डीजल 10.01 रुपये महंगा हो गया है. इस वृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल 79.76 रुपये लीटर जबकि डीजल 79.40 रुपये लीटर हो गया है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम पर सरकार लगाम क्यों नहीं लगा रही.
मौजूदा समय में केंद्र और राज्य सरकारें पेट्रोल और डीजल पर प्रति लीटर करीब 50 रुपये का टैक्स वसूल रही हैं. पेट्रोल के मौजूदा दाम में करीब दो तिहाई हिस्सा विभिन्न करों का है. पेट्रोल के दाम में 32.98 रुपये केन्द्रीय उत्पाद शुल्क और 17.71 रुपये प्रति लीटर स्थानीय कर अथवा वैट शामिल है. इसी प्रकार डीजल के दाम में 63 प्रतिशत से अधिक करों का हिस्सा है. इसमें 31.83 रुपये प्रति लीटर केन्द्रीय उत्पाद शुल्क और 17.60 रुपये प्रति लीटर वैट का हिस्सा है
सरकार ने जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम गिर रहे थे तब 14 मार्च को पेट्रोल, डीजल दोनों पर उत्पाद शुल्क में तीन रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की थी. इसके बाद पांच मई को फिर से पेट्रोल पर रिकार्ड 10 रुपये और डीजल पर 13 रुपये उत्पाद शुल्क बढ़ाया गया. इससे सरकार को सालाना आधार पर दो लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा. इस दौरान तेल कंपनियों ने उत्पाद शुल्क वृद्धि का बोझ हालांकि, उपभोक्ताओं पर नहीं डाला बल्कि बढ़े उत्पाद शुल्क को अंतरराष्ट्रीय बाजार में आई गिरावट के साथ समायोजित कर दिया.
दरअसल कोरोना वायरस में लॉकडाउन के दौरान तेल मार्केटिंग कंपनियों ने प्रतिदिन पेट्रोल-डीजल के दाम तय करने की नीति स्थगित कर दी थी, लेकिन पिछले 17 दिन से फिर से यह नीति लागू की गई है. सोमवार को भी पेट्रोल के दाम में 33 पैसे और डीजल के दाम में 58 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई थी.
ताजा वृद्धि के बाद कोलकाता में पेट्रो 81.45 रुपये जबकि डीलज 74.63 रुपये हो गया है. इसी तरह मुंबई में पेट्रोल 86.54 रुपये जबकि डीजल 77.76 रुपये और चेन्नई में पेट्रोल 83.04 रुपये जबकि डीजल 76.77 रुपये लीटर हो गया है.
तेल कंपनियों ने मई 2017 से पेट्रोल, डीजल के दाम में दैनिक बदलाव की शुरुआत की थी. कोरोना वायरस और उसके चलते लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान 82 दिनों तक तेल कंपनियों ने पेट्रोल, डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया. उसके बाद 7 जून से दाम में उनकी अंतरराष्ट्रीय लागत के अनुरूप बदलाव किया जाने लगा. इसके बाद पिछले लगातार 16 दिन से दाम बढ़ने का सिलसिला जारी है. इस वृद्धि से डीजल के दाम जहां नई ऊंचाई पर पहुंच गए हैं वहीं पेट्रोल के दाम भी दो साल की ऊंचाई पर पहुंच चुके हैं.