मौसम बदलने से गिरा यमुना का जलस्तर, 3515 क्यूसिक दर्ज
मानूसन के जाने के बाद मैदानी व पहाड़ी इलाकों में मौसम भी बदलने लगा है। इससे यमुना का जलस्तर कम होने लगा है। यमुना का जलस्तर कम होने से हाइडल प्रोजेक्ट में बिजली उत्पादन ढाई लाख यूनिट तक कम हो गया है। पानी की कम आपूर्ति के चलते आठ में से चार मशीनें ही चल रही हैं।
जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह आठ बजे हथनीकुंड बैराज पर यमुना का जलस्तर 3515 क्यूसिक दर्ज किया गया। इस सीजन में अब तक का यह सबसे कम है। इस पानी में से पश्चिमी यमुना नहर में 2988 क्यूसिक पानी की आपूर्ति की गई। वहीं यूपी को जाने वाली नहर में बैराज से 175 क्यूसिक पानी दिया गया। बैराज से यमुना नदी में 352 क्यूसिक पानी की आपूर्ति की गई। पानी की पर्याप्त आपूर्ति न होने से हाइडल प्रोजेक्ट में बिजली करीब ढाई लाख यूनिट प्रति दिन कम चल रहा है।
हाईडल प्रोजेक्ट के एक्सईएन जनरेशन अभिनव घनघस ने बताया कि आजकल सात से आठ लाख यूनिट बिजली उत्पादन प्रतिदिन का चल रहा है। पानी कम होने की वजह से आठ में से चार मशीनों को बार-बार बंद करना पड़ रहा है।
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