किसान आंदोलन : हरियाणा में 18 फरवरी को 80 जगह पर रोकी जाएंगी ट्रेनें, पुलिस हाई-अलर्ट पर; रेलवे ने रद्द की सैकड़ों गाड़ियां, कई रूट डायवर्ट!
रेलवे लाइनों की बढ़ाई सुरक्षा, जीआरपी व आरपीएफ जवानों की छुट्टियां रद्द
दिल्ली बार्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन और बृहस्पतिवार के रेल रोको आंदोलन को देखते हुए हरियाणा सरकार ने प्रदेश में हाई-अलर्ट जारी कर दिया है। सभी रेंज के एडीजीपी व आईजी के अलावा पुलिस आयुक्तों व पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। राज्य की अहम रेलवे लाइनों की सुरक्षा बढ़ाई गई है। जीआरपी और आरपीएफ जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर मंगलवार को किसानों ने प्रदेशभर में बसंत पचंमी और दीनबंधु सर छोटूराम की जयंती पर कार्यक्रम किए। जनजागरण अभियान किसानों द्वारा चलाए गए। संयुक्त किसान मोर्चा ने 18 फरवरी को देशभर में रेल रोको आंदोलन चलाने का ऐलान किया हुआ है। 12 बजे से शाम को 4 बजे तक किसान रेलवे ट्रैक पर बैठेंगे और ट्रेन नहीं चलने दी जाएंगी। हरियाणा में कुल 80 रेलवे लाइनों को रोकने की प्लानिंग किसान संगठनों ने बनाई है।
किसानों के रेल रोको आंदोलन को देखते हुए रेलवे भी सतर्क हो गया है। अंबाला मंडल के अधिकारियों ने मंगलवार को संबंधित शाखाओं के अधिकारियों से इस संबंध में विचार-विमर्श किया। किसानों के आंदोलन को देखते हुए कई रेलगाड़ियों को रद्द किया गया है। कई ट्रेन के रूट डायवर्ट किए हैं और उन्हें देरी से चलाया जाएगा। वहीं दूसरी ओर, किसान संगठन भी रेल रोको आंदोलन को कामयाब बनाने के लिए रणनीति बना रहे हैं। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों ने हाल ही में चक्का जाम किया गया था। इसके बाद 18 फरवरी को 4 घंटे के लिए रेल रोको अभियान चलेगा। मंगलवार को प्रदेश के किसान संगठनों ने जिला व मंडल स्तर पर किसानों की ड्यूटी लगाई। भारतीय किसान यूनियन के प्रधान गुरनाम सिंह चढ़ूनी का कहना है कि सभी मुख्य रेलवे स्टेशनों के आसपास बृहस्पतिवार को दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक किसानों द्वारा रेलगाड़ियां रोककर विरोध प्रदर्शन होगा।
पुलिस महानिदेशक मनोज यादव तथा अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (लॉ एंड आर्डर) नवदीप विर्क ने सभी जिला पुलिस अधीक्षकों से बातचीत करके सुरक्षा का रिव्यू किया। विरोध-प्रदर्शन के दौरान किसान संगठनों द्वारा रेलवे ट्रैक को किसी तरह का नुकसान न पहुंचाया जाए। इसके लिए स्थानीय पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि वे जीआरपी तथा आरपीएफ की मदद के साथ रेलवे लाइनों पर गश्त बढ़ाए।
पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे रेलवे ट्रैक पर बैठने वाले किसानों पर खास नजर रखें। किसान संगठनों की आड़ में कोई असमाजिक तत्व रेलवे ट्रैक को किसी तरह का नुकसान न पहुंचाए। रेलवे के अधिकारियों को भी सतर्क किया गया है। विरोध-प्रदर्शन के दौरान कोई भी किसान संगठन तथा असमाजिक तत्व रेलवे की संपत्ति को नुकसान न पहुंचाए। इसका भी ख्याल रखा जाएगा। डीजीपी मनोज यादव ने पंजाब, उत्तर प्रदेश व राजस्थान से सटे जिलों की पुलिस को विशेष अहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं।
किसान संगठनों से होगी बातचीत
डीजीपी ने प्रदेश के सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में किसान संगठनों के साथ बैठकों का आयोजन करके यह सुनिश्चित करें कि 4 घंटे के विरोध प्रदर्शन के दौरान पब्लिक तथा सरकारी संपत्ति को किसी तरह का नुकसान न पहुंचाया जाए। संवैधानिक दायरे में रहकर विरोध किया जाए। इसके अलावा सीआईडी के फील्ड में तैनात कर्मचारियों से भी इनपुट मांग लिया गया है कि वह बुधवार शाम तक किसानों की रणनीति पर अपनी रिपोर्ट दें।
Hamara Today न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें.