मानसा : (सुभाष कामरा) एसएसपी विजिलेंस बठिंडा परमजीत सिंह विर्क रेंज बठिंडा एवं उनकी टीम की और से अलग अलग टीम बना कर सिविल हस्पताल मानसा में छापामारी की गई।
डोप टेस्ट के नाम पर आंखों में धूल झोंकी जा सकती है।

इस छापा मारी के दौरान दर्शन सिंह, जो की फार्मासिस्ट्स हैं, विजय कुमार लाइट टेक्नीशियन हैं, और कर्मचारी तेजेंदर पाल शर्मा ये तीनो हॉस्पिटल के कर्मचारी हैं। इनको छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया हैं, इनके बारे में भरोसे मंद सुचना मिली थी।
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हॉस्पिटल में जो कोई भी नशे के टेस्ट करवाने आते थे जिन्हे नशे की लत लगी हुई होती थी उनकी रिपोर्ट मोटी रकम ले कर नेगटिव कर देते थे जब की उनमे से कुछ लोगो की रिपोर्ट पोस्टिव भी होती थी। कुछ लोग उसमे ऐसे होते थे जो असला लेने के लिए वो रिपोर्ट कम में ले कर असला लेने में कामयाब हो जाते थे।
पंजाब सरकार की दिशा निर्देश के अनुसार पुलिस के कमर्चारियो एवं दूसरे कमर्चारिया का जो डोप टेस्ट करवाने से सही पता चलेगा कि टेस्ट करवाने वाले व्यक्ति ने कौन सा नशा किया है। ता की उनका इलाज किया जा सके।
जो की रुपये ले कर उनकी रिपोर्ट में हेरा फेरी कर देते थे। एसएसपी विजिलेंस बठिंडा परमजीत सिंह विर्क ने बताया की जो अंशुमान सेहत बिमा योजना के तहत भी ये लोग रुपये लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल में रेफेर करवा रहे थे।
और जो लड़ाई झगड़े वाले जो लोग आते थे उनकी जाँच करने के बाद ये रिपोर्ट गलत कर देते थे। जिस से कई लोगो के खिलाफ जो मुकदमा या क्राइम बनता था वो इस रिपोर्ट से गलत साबित हो जाता था। पूछताश से एक होर बात साह्मने आई हैं की अंगहीन व्यकतिओ को फर्जी सर्टिफिकेट के लिए बहुत भारी रकम ले कर नकली सर्टिफिकेट जारी कर देते थे।
जिस से लोग नोकरी में एवं दुसरे कामो में फ़ायदा उठा लेते थे। विजिलेंस बठिंडा परमजीत सिंह विर्क ने बताया की आज भ्रष्टाचार के मामले में तीन स्वास्थ्य अधिकारियों को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कर लिया गया हैं। और उन्हीने कहा हैं की आगे भी हमारी टीम इसी तरह भ्रष्टाचार को रोकने के लिए तत्पर रहेगी।