ब्याज के पैसे से विकास की पटरी पर दौड़ा पंजाब का सचंदर गांव, युवा सरपंच की सोच ने किया कमाल
Punjab News : एक युवा सरपंच की अनोखी सोच ने सबसे पिछड़े गांव को विकास की दौड़ में अग्रणी दिया। अमृतसर से 12 किलोमीटर दूर स्थित गांव सचंदर ने विकास के सभी मानकों को हासिल किया है और वह भी बिना किसी सरकारी सहायता व अनुदान के। यह गांव सरकारी अनुदान नहीं लेता बल्कि उल्टा सरकार को हर साल टैक्स के रूप में 12 लाख रुपये देता है। कारज सिंह अब गांव के सरपंच नहीं हैं और अभी कनाडा में रह रहे हैं, लेकिन उनके विकास के कमाल फार्मूले पर आज भी गांव विकास के पथ पर अग्रसर है। पंचायत की बेकार पड़ी जमीन को बेचकर हासिल करोड़ों की रकम को बैंक में एफडी करवाया गया और उसके ब्याज की राशि से गांव में सुविधाओं का विकास किया।
कभी जिले के सबसे पिछड़े गांवों की श्रेणी में शामिल गांव आज है नंबर वन
Punjab News : ऐस में कभी जिले के पिछड़े गांवों की श्रेणी में शामिल गांव सचंदर आज अपने पूर्व सरपंच कारज सिंह की बदौलत नंबर वन है। गांव के मौजदू सुविधाओं और आधुनिक सेवाओं के लिए लोग खुद को कारज सिंह का कर्जदार मानते हैं। लोगों का कहना है कि गांव अब भी कारज सिंह के दिखाए मार्ग पर चल रहा है।
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