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फ्लोर टेस्ट के बाद पलट सकती हैं गेम असली पिक्चर आने में अभी लगेगा समय

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Game can change after floor test
पायलट के पास 19 विधायक हैं। यदि ये 19 विधायक अगर पायलट के साथ रहते हैं तो सियासत में गेम पलट सकती हैं किसी को पता ही नहीं लगेगा की ये क्या पिक्चर बन गई। अभी तो बीजेपी इसमें शामिल नहीं हुई अगर बीजेपी ने सचिन पायलट का हाथ थाम लिया तो कुछ भी हो सकता हैं दूसरी तरफ से जल्द ही बीजेपी राज्यपाल से निवेदन करेगी की सरकार अपना विश्वास मत साबित करे। सरकार को आखिर में विश्वाश मत साबित करना ही होगा, कब तक इसे टालेगी, अगर फ्लोर टेस्ट के लिए सरकार नई मानेगी तो मामला कोर्ट तक जाएगा। फिर आखिर में फ्लोर टेस्ट तो करवाना ही होगा।

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पायलट अभी चुपी साधे हुए हैं परन्तु वो कांग्रेस के विपरीत कुछ नहीं बोलेंगे। और न ही बीजेपी में जायेंगे अभी के लिये तो उन्हीने ये एक बार सपष्ट कर दिया हैं पायलट ने कई सालो से कांग्रेस का साथ दिया हैं और अपना कर्त्वय अच्छे से निभाया हैं। पायलट विधायक रहेंगे ही और उनकी सदस्यता भी बनी रहेगी क्यों की वो पार्टी व्हिप की न तो अवहेलना करेंगे न कोई ऐसा काम जिस से उन्हें मुश्किलों का साहमना करना पड़े। सरकार और सदन के अध्यक्ष लाख कोशिश करेंगे कि पायलेट गुट की सदस्यता खत्म हो जाये लेकिन शायद ऐसा न हो पायलट को पता हैं की आगे क्या करना हैं सचिन पायलट खामोश हैं और उनकी खामोसी में जरूर कोई बात छिपी हैं ।

गहलोत ने अपनी राह का कांटा साफ कर दिया। लेकिन पायलट के जाने से उन्हें भी कम नुकसान नहीं है। पार्टी सत्ता में आई थी तो उसमें पायलट का योगदान काफी था। अगर पायलट कुछ समर्थक विधायकों के साथ पार्टी छोड़ जाते हैं तो गहलोत सरकार पर हमेशा तलवार लटकती रहेगी। भाजपा उन्हे कभी भी परेशानी में ला सकती है ।

कर्नाटक व मध्यप्रदेश का घटनाक्रम आगे जाकर राजस्थान में भी दोहराया जा सकेगा। पायलट की नाराजगी का पंचायत और स्थानीय निकाय चुनाव में गहलोत को नुकसान होगा। पायलट को दूर करने के बाद कांग्रेस के पास कोई ऐसा युवा चेहरा नहीं बचेगा जिसकी पूरे प्रदेश में पकड़ हो। ऐसे में गहलोत और पायलट का अलग होना दोनों के लिए नुकसान का सौदा है। उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से पायलट को बर्खास्त कराने के बाद गहलोत ने अपने विश्वस्त राज्य के शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनवा लिया। वहीं युवक कांग्रेस और सेवादल की कमान भी अपने विश्वस्तों के हाथ में दिलवा दी।
अब सब कुछ फ्लोर टेस्ट के बाद ही पता लगेगा की क्या होता हैं और भी जानकारी पाने के लिए बने रहिये हमारा टुडे के साथ पढ़ते रहिये हमारा टुडे न्यूज़।


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